संवाददाता कार्तिकेय पाण्डेय
लखनऊ- 25 करोड़ आबादी वाले उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था को संभालना महाचुनौती है और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ये बात बखूबी समझते हैं। यही वजह है कि सीएम योगी ने सोमवार 7 बजे लॉ एंड ऑर्डर पर महाबैठक की. इसमें पुलिस महानिदेशक, एडीजी, सभी 75 जिलों के पुलिस कप्तान के अलावा 176 अपर पुलिस अधीक्षक के साथ सभी 438 कोतवाल भी शामिल हुए। पिछले दिनों अंबेडकरनगर, बस्ती, शाहजहांपुर जैसे जिलों में हुईं बड़ी आपराधिक घटनाएं और उसके बाद आरोपियों के पुलिस एनकाउंटर के बीच ये बैठक बेहद अहम मानी जा रही है। इस बैठक में सीएम योगी ने लॉ एंड ऑर्डर पर लापरवाह अधिकारियों की चूड़ी कसी।
उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाबैठक बुलाई। इस बैठक में कानून व्यवस्था को लेकर समीक्षा की गई, यह बैठक वीडियो कॉन्फेंसिंग के द्वारा की गई। प्रदेश में ऐसा पहली बार हुआ जब कोई मुख्यमंत्री सभी कोतवालों से सीधे संवाद किया, इस बैठक में प्रदेश के सभी 75 जनपदों से पुलिस अधिकारी और कोतवाल शामिल हुए।
अपराध नियंत्रण को लेकर टिप्स दिए। साथ ही जिन जिलों में क्राइम आउट ऑफ कंट्रोल हैं, वहां के पुलिस अधिकारियों से जवाब तलब भी किया।और उन्हें कड़ी फटकार लगाते हुए हिदायत दिए।
इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में सभी 75 जिलों के कप्तान, पुलिस कमिश्नर, एडीजी, आईजी, डीआईजी जुड़ेंगे. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में यूपी के सभी थानेदारों ने भी हिस्सा लिया। ऐसे में देखा गया कि हाल में जिन थाना क्षेत्रों में क्राइम की बड़ी वारदात हुई है, उनके थाना प्रभारी से सीएम खुद जवाब तलब किया।और उनसे रिपोर्ट मांगते हुए फटकारा।
यूपी के 1579 थानेदारों से सीधे सीएम योगी जुड़े और 438 DSP, 176 ASP,GRP अधिकारी वीसी के जरिए जुड़े, रेलवे के सभी 65 थाने भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़े।इसी के साथ जनपद चंदौली, जनपद ललितपुर, जनपद कासगंज, जनपद बलरामपुर, जनपद महोबा, एक कप्तानों को मुख्यमंत्री ने फटकार लगाई।
प्रमुख सचिव गृह और डीजीपी भी बैठक में मौजूद रहे।स्पेशल डीजी प्रशांत कुमार भी बैठक में मौजूद रहे। ADG, IG, DIG वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़े रहे है।