शहाबगंज- क्षेत्रीय सहकारी समिति के बोर्ड पर महिला अध्यक्ष की जगह उनके पति का नाम दर्ज, जिला पंचायत अध्यक्ष का नाम गायब, ब्लॉक प्रमुख तीसरे नंबर पर

संवाददाता कार्तिकेय पाण्डेय

चकिया- क्षेत्रीय सहकारी समिति शहाबगंज के परिसर में लगाया गया बोर्ड को लेकर लोगों में चर्चाओं का बाजार गर्म है। वही बोर्ड मेंबर ने भी विरोध दर्ज कराया है। समिति के परिसर में क्षेत्र पंचायत द्वारा मनरेगा से तीन सेट जीसीसी का कार्य कराया गया है। लेकिन वही बड़ी लापरवाहियां भी देखी गई है। कार्यकालों का पूर्ण क्षेत्रीय विधायक कैलाश खरवार ने फीता काटकर कर दिया, लेकिन लगाए गए बोर्ड को लेकर ग्रामीणों में चर्चा व्याप्त हो गई है।

आपको बताते चलें कि जहां एक तरफ भाजपा द्वारा महिला सुरक्षा कानून एवं महिलाओं के हित की बात की जा रही है। वही जनपद के कुछ सफेदपोश नेता अपनी नेतागिरी के आगे महिलाओं के सम्मान व नाम को स्थान देना उचित नहीं समझते। कुछ ऐसा ही क्षेत्रीय सहकारी समिति के बोर्ड पर देखा गया। जिसमें ब्लॉक प्रमुख गीता देवी का नाम तीसरे नंबर पर रहा तो वही समिति के अध्यक्ष मंजू देवी की जगह उनके पति इंद्रजीत गुप्ता का नाम दर्ज रहा। इसके साथ ही वर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष के नाम को बोर्ड से गायब कर दिया गया। नाम बदलने को लेकर लोगों में चर्चाएं व्याप्त हैं।

किसानों का कहना है कि महिला अध्यक्ष की जगह उनके पति कार्यभार देख ही रहे थे। अब अध्यक्ष की जगह अपना नाम भी दर्ज कर लिया कि जब तक बोर्ड रहेगा तब तक उनका नाम अध्यक्ष के रूप में दर्ज रहेगा। बदला नाम किसी को पता ना चले इसके लिए लोकापन कार्यक्रम में समिति के किसी सदस्य को भी नहीं बुलाया गया। और कार्यक्रम में सबसे बड़ी लापरवाही यह देखी गई थी विधायक के साथ-साथ उद्घाटन समारोह में जिला पंचायत अध्यक्ष तथा ब्लॉक प्रमुख गीता देवी व समिति अध्यक्ष मंजू देवी के गायब रहने के साथ ही साथ कुछ सफेदपोश नेता देखे गए।

आपको बताते चलें कि महिला प्रतिनिधियों की जगह पुरुष प्रतिनिधि इतना बढ़ चढ़कर कार्य करते हैं कि लोगों को मालूम ही नहीं चल पाता की प्रतिनिधि महिला है या पुरुष। समिति के सचिव भोला यादव ने समिति के अध्यक्ष का नाम मंजू देवी का बताया लेकिन इसके साथ ही बोर्ड पर अध्यक्ष का नाम नहीं होने पर उन्होंने अभिज्ञता जाहिर की।

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