Thursday, November 21, 2024
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काशी में देव दीपावली:अद्भुत!काशी में उतर गए देवता,गंगा किनारे हुई आरती व भव्य उत्सव,सीएम योगी सहित 70 देशों के राजदूतों ने निहारा नजारा

संवाददाता कार्तिकेय पाण्डेय

वाराणसी- विश्व प्रसिद्ध काशी की देव दीपावली को देखने के लिए देश दुनिया के पर्यटक कार्तिक पूर्णिमा के दिन बनारस का रुख करते हैं। हर वर्ष इस लोक पर्व की दिव्यता नई ऊंचाइयों पर पहुंचती जा रही है। इस वर्ष काशी के सभी 84 घाट 21 लाख दीयों की झिलमिल रोशनी से नहा उठे। करीब 10 लाख से ज्यादा पर्यटक आज काशी में पहुंचे। देव दीपावली की भव्यता को दुनिया से रूबरू कराने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ 70 देश के राजदूत समेत करीब 140 विदेशी प्रतिनिधि भी बनारस पहुंचे थे।

इन लोगों ने भी आज काशी की इस अद्भुत और अलौकिक देव दीपावली का विहंगम नजारा लिया। हर वर्ष होने वाले इस आयोजन का अर्थव्यवस्था पर भी एक खास असर पड़ता दिख रहा है। एक अनुमान के मुताबिक इस बार की देव दीपावली के मौके पर बनारस में करीब एक हजार करोड़ के आसपास का व्यापार भी हुआ। इसमें होटल, गेस्ट हाउस समेत कई छोटे बड़े व्यापारियों तक इसका लाभ पहुंचा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मां की बात में देव दीपावली का जिक्र किया था।

देखी काशी की भव्यता
प्रांतीय लोक पर्व का दर्जा प्राप्त कर चुकी काशी की देव दीपावली इस बार ग्लोबल मंच तक पहुंच गया। इस बार की देव दीपावली के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ खास तौर पर बनारस आए थे। सीएम योगी ने 70 देश के करीब 140 प्रतिनिधियों की अगवानी करते हुए उन्हें क्रूज के माध्यम से घाट पर होने वाली देव दीपावली के आयोजन का विहंगम नजारा दिखाया। इन प्रतिनिधियों की अगवानी खुद सीएम योगी आदित्यनाथ ने की और उनके साथ काफी वक्त बिताया।

लेजर शो, आतिशबाजी, लाखों की भीड़
हर वर्ष नए रिकॉर्ड बना रहे इस भव्य और दिव्य आयोजन में इस बार एक नया रिकॉर्ड भी बना इस वर्ष काशी के सभी घाटों को 21 लाख दिनों से सजाया गया था। न सिर्फ पक्के घाट बल्कि गंगा के दूसरी ओर रेत पर भी असंख्य दियो की लड़ियां लगाई गई थी। शाम होते ही चेत सिंह घाट पर लेजर शो कभी आयोजन किया गया था । और उसके ठीक बाद रेत पर इलेक्ट्रॉनिक आतिशबाजी भी की गई इसे देखने के लिए घाटों पर लाखों की भीड़ उमड़ी थी हर कोई अपने मोबाइल में इस रंग बिरंगी और दिव्य दृश्य को कैद करने के लिए आतुर दिख रहा था।

हजार करोड़ का व्यापार
इस वर्ष देव दीपावली पर वाराणसी में प्रशासन ने करीब 10 लाख पर्यटकों के आने की संभावना जताई थी । बाजार में अलग-अलग व्यापारी संगठनों और होटल संचालकों से बात करने पर पता चला कि बनारस ही नहीं बल्कि इसके आसपास के सटे इलाकों में भी जितने होटल थे वह सभी हाउस फुल थे। इतना ही नहीं बनारस के व्यापारियों के दुकानों पर ग्राहक की जबरदस्त भीड़ रही चाहे वह बनारसी साड़ी की दुकान हो खिलौने की दुकान हो या ओडीओपी से जुड़े उत्पादों की सभी दुकानों पर जमकर खरीदारी हुई है।

बाजार जानकारों की मानें तो सिर्फ एक दिन के आयोजन और इसमें आने वाले पर्यटकों की वजह से तकरीबन बनारस का व्यापार 1000 करोड़ के आसपास का रहा। इसमें ट्रैवल एजेंसी संचालक, होटल मालिक, छोटे दुकानदार समेत ऐसा कोई वर्ग नहीं है, जिसे इस 1000 करोड़ के लेनदेन का कुछ हिस्सा ना मिला हो।

राम और राष्ट्रवाद की थीम
वाराणसी के दशास्व्मेध घाट पर 21 अर्चकों द्वारा महा आरती की गई। इसके अलावा अन्य घाटों पर भी आज गंगा की विशेष आरती की गई। बलुआ घाट पर 11,000 दीयो से अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर का मॉडल उकेरा गया। इस बार की देव दीपावली का खास संदेश राम और राष्ट्रवाद थे। इन दोनों का असर बनारस के लगभग सभी घाटों पर दिखा।

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