संवाददाता कार्तिकेय पाण्डेय
वाराणसी- नहाय-खाय के साथ शुक्रवार से छठ के महापर्व का आगाज हो चुका है. छठ पर्व के आगाज के साथ घाटों पर वेदी बनाने का काम भी जारी है और इसके लिए घाटों की छेकाई भी की जा रही है. लोक आस्था के इस महापर्व पर वीवीआईपी कल्चर भारी नजर आ रहा है. यूपी के वाराणसी में बकायदा पद और रुतबे के दम पर घाटों की छेकाई हो रही है.
वाराणसी के वरुणा किनारे शास्त्री घाट पर सचिवालय, बिहार पुलिस के साथ बीजेपी के नाम से घाटों की छेकाई हो रही है. इन सब के अलावा सर्किट हाउस, पुलिस लाइन के नाम के साथ भी छठ पूजा के लिए जगह बुक किए गए है.
क्या है घाटों की छेकाई का कारण?
दरसअल, लोक आस्था के महापर्व छठ पर काशी में मिनी बिहार का नजारा देखने को मिलता है. वाराणसी के सभी 84 घाटों के अलावा कुंड ,तालाबों और वरुणा नदी के किनारे भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु इस महापर्व पर इक्कठा होते है और छठी मैया के साथ भगवान सूर्य की पूजा करते हैं. इस दौरान लाखों की भीड़ घाटों पर दिखती है. इसी कारण लोग इस महापर्व से पहले पूजा के लिए घाटों की छेकाई करते हैं.
घाटों की सफाई के साथ सुरक्षा के भी इंतजाम
लोक आस्था के महापर्व छठ पर भीड़ के मद्देनजर प्रशासन भी इंतजामों में जुटी है. घाटों की सफाई के अलावा सुरक्षा के भी चाक-चौबंद इंतजाम किए जा रहे है. वाराणसी के डीएम एस राजलिंगम ने बताया कि छठ के महापर्व पर बुनियादी सुविधाओं के लिए सभी इंतजाम किए जा रहे है जिससे किसी तरह की कोई परेशानी न हो. इसके अलावा सुरक्षा के मद्देनजर भी फोर्स की व्यवस्था की गई है।