Wednesday, November 6, 2024
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चकिया- असम राइफल्स के शहीद जवान का पार्थिव शरीर पहुंचा उनके पैतृक गांव,दी गई भावभीनी श्रद्धांजलि,

शहीद जवान आलोक राव को श्रद्धांजलि अर्पित करते राज्यमंत्री रविंद्र जायसवाल
अपने शहीद बेटे को श्रद्धांजलि अर्पित कर रो पड़े पिता विजयी राव

संवाददाता कार्तिकेय पांडेय

शहाबगंज- क्षेत्र के रसिया गांव निवासी असम राइफल्स का जवान 23 वर्षीय आलोक राव मणिपुर में तैनात था। पिछले 10 मई को नक्सली हमले के दौरान वह गंभीर रूप से घायल हो गया था। जिसका इलाज कोलकाता के कमांड हॉस्पिटल में चल रहा था। लेकिन कल अचानक इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मौत की खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। और परिवार के लोग उनका शव लेने के लिए कोलकाता रवाना हो गए। जहां गुरुवार को सुबह 11 बजे शहीद जवान का पार्थिव शरीर बाबतपुर स्थित एयरपोर्ट पहुंचा। जिसके बाद कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच उनका पार्थिव शरीर चकिया से होते हुए उनके पैतृक गांव रसिया पहुंचा। जहां काफी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए। और राज्य मंत्री रविंद्र जायसवाल, विधायक कैलाश खरवार के साथ साथ जनप्रतिनिधि व जिला प्रशासन के अधिकारी सहित परिजनों ने श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद उनके पार्थिव शरीर को उनके जमीन में ही दफन कर दिया गया।

शहीद जवान आलोक राव के सम्मान में यात्रा निकालते युवा व अन्य

जानकारी के मुताबिक शहाबगंज थाना क्षेत्र के‌ रसिया गांव निवासी विजयी राम के 23 वर्षीय पुत्र आलोक राम 2021 में असम राइफल्स में भर्ती हुए थे। अभी कुछ महीने पूर्व ही अपने घर छुट्टी पर अपने परिजनों से मिलने आए हुए थे। वही 10 मई को राजस्थान के मणिपुर में नक्सलियों से लोहा लेने के दौरान आलोक राव गंभीर रूप से घायल हो गए थे। जिनको कोलकाता के कमांड हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। जहां इलाज के बाद बुधवार की सुबह उन्होंने अस्पताल में अंतिम सांस ली। घटना की जानकारी मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया और परिवार वालों का रो-रोकर पूरी तरीके से बुरा हाल हो गया। जहां गुरुवार की सुबह कोलकाता से हवाई जहाज से उनका शव वाराणसी स्थित बाबतपुर एयरपोर्ट लाए जाने के बाद सड़क मार्ग से होते हुए चकिया पहुंचा। जहां सैकड़ों की संख्या में मौजूद लोगों ने चकिया से उनके शव यात्रा में शामिल होकर रसिया तक पहुंचे। जहां राजकीय सम्मान के साथ असम राइफल्स के जवानों और पुलिस अधिकारियों तथा जनप्रतिनिधियों द्वारा उन्हें पुष्प अर्पित कर और पुष्पगुच्छ प्रदान कर भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई।

शहीद जवान आलोक राव का शव घर पहुंचते ही रोती बिलखती मां व बहनें।

राज्यमंत्री, विधायक,चेयरमैन व डीएम ने दी श्रद्धांजलि
बता दें कि असम राइफल्स के शहीद जवान आलोक राव का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव रसिया पहुंचते ही वहां जनप्रतिनिधि व अधिकारियों का जमावड़ा लग गया। जहां वाराणसी शहर उत्तरी के विधायक तथा सरकार में राज्य मंत्री रविंद्र जायसवाल, चकिया विधायक कैलाश खरवार, चेयरमैन गौरव श्रीवास्तव, के साथ-साथ जिला प्रशासन के अधिकारी डीएम निखिल टीकाराम फुंडे व एएसपी नक्सल सुखराम भारती, इत्यादि ने पहुंचकर उनके पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित कर पुष्पगुच्छ प्रदान कर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए दुख व्यक्त किया। इसके अलावा भाजपा जिलाध्यक्ष अभिमन्यु सिंह,चकिया के पूर्व विधायक जितेंद्र कुमार एडवोकेट, पूर्व विधायिका पूनम सोनकर,जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि दशरथ सोनकर, समाजसेवी रतीश कुमार, इत्यादि लोगों ने भी दुख व्यक्त करते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित किया।

शहीद जवान के पिता से वार्ता करते राज्यमंत्री,डीएम निखिल टीकाराम फुंडे, एडिशनल एसपी व भाजपा नेता सूर्यमुनी तिवारी

सीएम योगी ने शहीद के शहादत पर जताया दुख
शहाबगंज थाना क्षेत्र के‌ रसिया गांव निवासी असम राइफल्स के शहीद जवान आलोक राव के शहादत की खबर मिलने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने गहरा शोक व्यक्त किया है। ट्विटर के माध्यम से दुख व्यक्त करते हुए लिखा कि मणिपुर में कर्तव्य पालन के दौरान वीरगति को प्राप्त हुए जनपद चंदौली निवासी असम राइफल्स के जवान आलोक राव को विनम्र श्रद्धांजलि, मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवार के साथ हैं। इसके साथ ही उन्होंने लिखा कि शहीद जवान के परिजनों को 50 लाख की आर्थिक सहायता, उनके परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी प्रदान की जाएगी। साथ ही संबंधित जनपद की एक सड़क का नामकरण शहीद आलोक राय के नाम पर किया जाएगा। प्रदेश सरकार हर परिस्थिति में शहीद के परिजनों के साथ खड़ी है।

माता-पिता,भाई-बहन व परिवार का रो-रोकर हुआ बुरा हाल
आपको बता दें कि असम राइफल्स में तैनात शहीद जवान आलोक राव अपने घर में भाइयों में दूसरे नंबर पर थे। इनके बड़े भाई अध्यापक के पद पर तैनात हैं। वहीं इनकी दो बहने भी अध्यापिका हैं। इनके पिता खुद पीएससी में प्रयागराज में वर्तमान में तैनात हैं। वही आलोक राव का पार्थिव शरीर घर पहुंचते ही सभी का रो रो कर बुरा हाल हो गया उनकी आंखों से आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहा था।वहीं दूसरी ओर अपनी आंखों के सामने शहीद बेटे के पार्थिव शरीर को देखकर पिता फफक फफक कर रो रहे थे। जिनको लोग सहारा देते हुए नजर आए।

शहीद हुए अपने भाई आलोक राव के शव पर श्रद्धांजलि अर्पित कर रोती बहन
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