पुलिस द्वारा युवक की फर्जी गिरफ्तारी को लेकर चल रही है जांच, थानाध्यक्ष सहित कई पर गिर सकती है गांज
संवाददाता कार्तिकेय पांडेय
चंदौली- शीशे की अदालत में पत्थर की गवाही है, कातिल ही लुटेरा है और कातिल ही सिपाही है, की कहावत चरितार्थ करती चंदौली पुलिस नजर आ रही है। दरअसल मामला धानापुर थाना क्षेत्र के डबरिया गांव के पैगापर गांव में पहुंचकर धानापुर पुलिस एक युवक के घर जाती है, और उसको जबरन गाड़ी में बैठाकर थाने ले जाती है। और फिर एक दिन बाद बाकायदा प्रेस नोट जारी कर चेकिंग के दौरान 5.350 किलोग्राम गांजा, एक तमंचा व एक जिंदा कारतूस व एक मोटरसाइकिल बरामदगी दिखाती है। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा था।अब पुलिस द्वारा जारी की गई विज्ञप्ति और मौके के वीडियो को देखेंगे तो आप खुद ही दूध का दूध और पानी का पानी कर लेंगे। वही सोशल मीडिया पर लोग चंदौली पुलिस के कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर रहे है, और पुलिस के इस कृत्य को कोसते नज़र आ रहे थे। मामला एसपी के संज्ञान में आने पर एडिशनल एसपी चंदौली को जांच का निर्देश दिया है।
आपको बताते चलें कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में दिख रहा है कि धानापुर पुलिस के उपनिरीक्षक और कुछ सिपाही डबरिया गांव के पैगापर जाकर लालजी उपाध्याय के पुत्र गोविंद उपाध्याय को जबरन घर से उठा लाए और गांव से पकड़कर लाने के बाद अवैध तरीके से उसकी गिरफ्तारी रमरजाय चट्टी के पास वाहन चेकिंग करते हुए दिखा दी। पुलिस ने विज्ञप्ति जारी करके बताया है कि उसके पास से चोरी की मोटरसाइकिल बरामद हुई है, जिसे वह चलाकर आ रहा था और मोटरसाइकिल की चेकिंग के दौरान उसको पकड़ा है। साथ में उसकी डिग्गी में से अवैध गांजा और देसी तमंचा भी मिला है। ऐसी स्थिति में चंदौली जिले की धानापुर कोतवाली थाना पुलिस की कार्रवाई पर सवालिया निशान उठता है। साथ ही साथ गिरफ्तारी का दावा करने वाले उपनिरीक्षक मोहम्मद सलीम, हेड कांस्टेबल दीपक त्रिपाठी और हेड कांस्टेबल धीरेंद्र यादव की भूमिका को भी संदिग्ध माना जा रहा है। हालांकि पूरे मामले को जानते हुए भी सकलडीहा क्षेत्राधिकारी राजेश कुमार राय ने पूरे मामले में अपना गलत वक्तव्य भी जारी कर दे रहे हैं और उसकी गिरफ्तारी को सही बता रहे हैं।
इस सम्बंध में पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए युवक गोविंद के चाचा (जो कि वायरल वीडियो में दिख रहे हैं) ने बताया कि पुलिस रविवार को उनके घर आयी और बोली पूछताछ के लिए जा रहे हैं हम लोगों ने खुद गोविंद को पुलिस के हवाले सुपुर्द किया। वही एक और प्रत्यक्षदर्शी महिला ने बताया कि पुलिस पूछताछ के नाम पर खाली हाथ ले गई।
इस संबंध में एसपी अंकुर अग्रवाल ने बताया कि मामला संज्ञान में है। मामले की जांच एडिशनल एसपी चंदौली को दी गई है। वायरल वीडियो चेक करवा रहे की किस दिन का है। आज शाम तक जाँच पूरी कर ली जाएगी और इसमें जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।
हालांकि अब देखना यह होगा कि पुलिस अधीक्षक द्वारा अपर पुलिस अधीक्षक विनय कुमार सिंह को सौंपी जाने के बाद कितनी गहनता और सच्चाई के साथ मामले की जांच पड़ताल की जाती है।और युवक की फर्जी गिरफ्तारी करने के मामले में धानापुर के थानाध्यक्ष विपिन सिंह के साथ साथ पाए जाने वाले अन्य दरोगा और सिपाहियों के खिलाफ कितनी कार्रवाई ना हो पाती हैं। और बेकसूर व्यक्ति को न्याय मिल पाता है या नहीं।