संवाददाता कार्तिकेय पांडेय
पीडीडीयू नगर/चंदौली- पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर पालिका परिषद में मतगणना के दौरान हुआ विवाद खत्म हो गया है और जिला प्रशासन के द्वारा रद्द वोटों की दोबारा गिनती खत्म होते ही सोनू किन्नर को 397 मतों से विजेता घोषित किया गया है। हालांकि आधिकारिक तौर पर भी उनको प्रमाण पत्र दे दिया गया है। मतगणना की प्रक्रिया पूरी होने के बाद खुद सोनू किन्नर ने मीडिया के लोगों को इस बात की जानकारी दी है।
कहा जा रहा है कि जल्द से जल्द जिला प्रशासन के द्वारा सोनू किन्नर को जीत का प्रमाण पत्र भी दे दिया गया है। इस तरह से चंदौली जनपद की प्रतिष्ठा का प्रश्न बनी पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर पालिका परिषद की यह सीट के सोनू किन्नर ने जीत ली है।
यह चंदौली जनपद के राजनीतिक दलों के गाल पर बड़ा तमाचा है, जनता ने सारे दलों से दूरी बनाकर एक किन्नर को मुगलसराय कस्बे के विकास की चाभी सौंपी है। नेताओं से जनता किस तरह से निराश है.. यह जरूर भारतीय जनता पार्टी और अन्य दलों के नेताओं को सोचना होगा।
चंदौली नगर पंचायत में भाजपा प्रत्याशी को हराकर निर्दल प्रत्याशी सुनील यादव उर्फ गुड्डू बने अध्यक्ष
चंदौली- जनपद में नगर पंचायत में अध्यक्ष पद पर सभी राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों को मात देते हुए निर्दल प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतरी सुनील यादव उर्फ गुड्डू यादव अध्यक्ष पद पर विजई घोषित हुए। वही हिमालय 399 वोटों से हराकर भारतीय जनता पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी ओपी सिंह को पराजित किया। आपको बताते चलें कि जहां पर ओमप्रकाश सिंह को लेकर बीजेपी अस्वस्थ थी कि चंदौली से ओपी सिंह की जीत पक्की है लेकिन उसके बावजूद गुड्डू यादव ने भारी उलटफेर करते हुए उनको 399 वोटों से मात दे दी।
काम नहीं आया ओपी सिंह का मंत्री जी को दंडवत करना
आपको बताते चलें कि चंदौली नगर पंचायत की सीट से भारतीय जनता पार्टी से अधिकृत प्रत्याशी ओमप्रकाश सिंह ने नामांकन के दिन केंद्रीय मंत्री व चंदौली सांसद डॉ महेंद्र नाथ पांडेय के पैरों पर गिरकर दंडवत करते हुए उनसे जीत का दावा करते हुए आशीर्वाद लिया था। और मंत्री जी ने भी पूरी पुरजोर कोशिश की थी। लेकिन फिर भी अपने संसदीय क्षेत्र की सीट मंत्री जी जीतने में नाकाम रहे।
नहीं काम आया भाजपा विधायक का स्वजातियों को शपथ का तरीका
चंदौली नगर पंचायत से भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी ओमप्रकाश सिंह को जिताने के लिए पूरी पार्टी के कद्दावर नेताओं सहित पदाधिकारी जोर-शोर से जुट गए थे। क्योंकि बात थी केंद्रीय मंत्री और चंदौली सांसद डॉ महेंद्र नाथ पांडेय के प्रतिष्ठा की। शायद इसीलिए मंत्री जी भी निश्चिंत थे कि यहां की जनता केवल उनके नाम से वोट करेगी। लेकिन उन्हें क्या पता था की जनता के बीच में आकर भ्रमण ना करना मंत्री जी की प्रतिष्ठा को ही ले डूबेगा। वहीं दूसरी ओर चुनाव प्रचार के दौरान मुगलसराय के विधायक रमेश जायसवाल ने चंदौली पहुंचकर अपने सजातीय बंधुओं को भाजपा प्रत्याशी को जिताने और उनके पक्ष में वोट करने के लिए शपथ भी दिलवाई थी। इसका वीडियो बनाकर खुद भी वायरल किया था। लेकिन विधायक जी का शपथ भी काम नहीं आया। और अंत में भाजपा प्रत्याशी को मात खानी पड़ी।