संवाददाता कार्तिकेय पाण्डेय
चकिया- लगातार बढ़ रहे डेंगू व मलेरिया के मामलों को देखते हुए जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा संभावित क्षेत्रों के अलावा अस्पताल में उपचार के लिए आ रहे बुखार के मरीजों की भी जांच बढ़ा दी गई है। अस्पताल में बुखार के मरीजों की स्वास्थ्य विभाग ज्यादातर रक्त की जांच करा रहा है। इसके साथ ही संभावित क्षेत्रों में भी जाकर स्वास्थ्य विभाग की टीमें जहां लोगों के रक्त के नमूने ले रही हैं, वहीं उन्हें बुखार से बचाव के लिए दवाइयां भी वितरित की जा रही हैं।
आपको बताते चलें कि चकिया क्षेत्र के तमाम ग्राम पंचायतों में एक सप्ताह का विशेष टीकाकरण अभियान कार्यक्रम चलाया जा रहा है।जिसके तहत पूर्व में चलाए गए अभियान में छूटने वाले बच्चों को अब टीका लगाया जा रहा है। जिसमें मुख्य रूप से इस वर्ष के अप्रैल माह से लेकर अगस्त माह तक में 1 साल के अंदर के 1859 बच्चों को टीका लगाने का टारगेट था। जिसमें से अब तक कुल 1741 पूरा किया जा चुका है। वही 2 साल से 5 साल तक के 17810 बच्चों को टीका लगाने का टारगेट था। जिसमें से 10582 बच्चों का टीकाकरण किया जा चुका है।अभी अब एक बार फिर से अभियान चलाकर छूटे बच्चों का टीकाकरण किया जा रहा है।जिससे वर्तमान में वायरल हो रही बिमारियों से आसानी से बचा जा सके।
वही इस संबंध में प्रभारी डॉक्टर विकास सिन्हा ने बताया कि वर्तमान में तेजी से फैल रही जानलेवा बीमारियों से बचाव के लिए बच्चों को टीकाकरण कराना सबसे आवश्यक कार्य है। और टीकाकरण करने से ही इन बीमारियों से बचा जा सकता है। उन्होंने बताया कि पहले साफ-सफाई के साथ-साथ रखरखाव और देखभाल भी जरूरी है। उन्होंने बताया कि प्रत्येक चयनित किए गए ग्राम पंचायत में आशा,एनएम व सीएचओ एलएचवी के माध्यम से टीकाकरण करने का कार्य जोरों से चल रहा है। और यह एक सप्ताह तक अभियान चलाया जाएगा इसके अंतर्गत सभी छोटे बच्चों का टीकाकरण कराया जाना है। इस टीम में डब्ल्यूचयो पीयूष सिंह,मानीटर यूनीसेफ अशोक कौशल, इत्यादि लोग शामिल हैं।