मप्र राष्ट्रभाषा प्रचार समिति का प्रतिष्ठित आयोजन अहिंदी भाषी हिंदी सेवी सम्मान समारोह 9 फरवरी को हिंदी भवन में दोपहर 12:30 बजे आयोजित किया गया। कार्यक्रम में हिंदी भाषा के क्षेत्र में योगदान देने वाले गैर हिंदी भाषी सात विभूतियों को सम्मानित किया गया। साथ ही समिति की ओर से दिये जाने वाले अन्य पुरस्कार एवं सम्मान भी प्रदान किये गए।समिति के मंत्री संचालक कैलाश चंद्र पंत जी ने सभी का स्वागत किया । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह ने कहा कि आज मैं यह कहूं तो अतिशयोक्ति नहीं होगी यहाँ लघु भारत देख रहा हूँ।
अध्यक्षता कर रहे समिति के अध्यक्ष सुखदेव प्रसाद दुबे ने मंत्री संचालक कैलाश चंद्र पंत जी की सेवाओं को रेखांकित करते हुए कहा कि यह हिंदी भवन नहीं कैलाश धाम है।कार्यक्रम में श्रीनिवास मूर्ति तमिल,बीएम सुकेश तेलुगु, विकास रंजन पटनायक, प्रदीप नाइक उडिय़ा, एम.उत्तमचंदानी सिंधी, पिंकी गंराई बांग्ला तथा मैथिली सराठे मराठी को अहिंदी भाषी हिंदी सेवी सम्मान से सम्मानित किया गया।ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित स्वर्गीय श्री नरेश मेहता की पत्नी पर उनकी पुत्री वान्या वोरा द्वारा स्थापित प्रथम महिमा मेहता सम्मान सप्रे संग्रहालय की निदेशक डाॅ. मंगला अनुजा को प्रदान किया गया।
संपत्ति देवी विजयवर्गीय स्मृति पुरस्कार समाजसेविका ब्रीज त्रिपाठी को दिया गया। प्रकाश कुमारी हरकावत नारी लेखक सम्मान अक्षरा की संपादक जया केतकी कों उनकी कृति मेरी चुनिंदा कहानियों के लिए प्रदान किया गया। सतीश बालकृष्ण ओबेराय सम्मान डॉ. वंदना मिश्र, रामेश्वर प्रसाद श्रीवास्तव सम्मान अपूर्व सेन, हुक्मदेवी प्रकाशचंद्र सम्मान रश्मि रमानी को प्रदान किया गया। इस अवसर पर हिंदी प्रेमी अनेक संख्या में उपस्थित थे। पूर्व सांसद रघुनंदन शर्मा एवं समिति के उपाध्यक्ष रघुनंदन शर्मा के साथ श्रीमती रंजना अरगड़े भी मंच की शोभा बढ़ा रही थी। संस्था की ओर से सभी का आभार प्रदर्शन कार्यवाहक मंत्री संचालक श्री सुरेंद्र बिहारी गोस्वामी ने किया।