संवाददाता कार्तिकेय पाण्डेय
चंदौली-जनपद में आरपीएफ के जवानों की सैलरी अकाउंट में हेराफेरी कर करोड़ों का गबन करने वाले बिलिंग क्लर्क को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. उसके पास से 11 लाख रुपये कैश और 82 लाख रुपये की जमीन के कागजात और क्रेटा कार बरामद हुई है. आरोपी युवराज सिंह को कोर्ट में पेश करने के बाद उसे जेल में भेज दिया गया है. जानकारी के मुताबिक आरोपी पंडित दीनदयाल उपाध्याय रेल मंडल के डिविजनल ऑफिस में कार्यरत था. उसने आरपीएफ के कर्मचारियों के वेतन संबंधित बिल में हेरा फेरी कर इस शख्स ने तकरीबन 3 करोड़ 61 लाख रुपये उड़ाए थे. वो साल 2019 में इस घटना को अंजाम दे रहा था.
दरअसल पिछले दिनों आरपीएफ के मुजीब नाम के एक कर्मचारी ने अपने प्रोविडेंट फंड से 92 हजार रुपये निकालने का आवेदन किया था. युवराज सिंह ने 17 अक्टूबर 2023 को यह रकम सरकारी खाते से ट्रांसफर करवा दी. लेकिन यह पैसा मुजीब के खाते में न जाकर आरोपी युवराज सिंह की पत्नी नीतू सिंह के खाते में ट्रांसफर हो गया. जब इस बात की जानकारी मुजीब को हुई तो उसने इसकी शिकायत उच्च अधिकारियों से की. इसके बाद जांच कराई गई और इस घटना का खुलासा हुआ.
क्लर्क ने की RPF के जवानों की सैलरी अकाउंट में करोड़ों की हेरा फेरी
इस बिलिंग क्लर्क ने पिछले तीन-चार सालों में तकरीबन 3 करोड़ 61लाख से ज्यादा की धनराशि अपनी पत्नी या अपने किसी जानने वाले के खाते में ट्रांसफर कराई. फ्रॉड करने का इसका तरीका भी काफी अनोखा था. जब आरपीएफ कोई कर्मचारी अपनी सेलरी, प्रोविडेंट फंड या अन्य किसी फंड से पैसा निकालने के लिए एप्लीकेशन देता था. तो युवराज सिंह उसे फंड से कहीं ज्यादा पैसा का बिल बनाकर पास करवा लेता था.
फिर उस रकम को संबंधित कर्मचारियों के बदले अपनी पत्नी के खाते में ट्रांसफर कर देता था. उसके बाद जिस कर्मचारी की जितनी डिमांड रहती थी उतना पैसा उसके खाते में अपनी पत्नी के खाते से ट्रांसफर कर देता था और बाकी की रकम हड़प जाया करता था. ऐसा करते हुए अब तक इस नटवरलाल ने 38 कर्मचारियों के नाम पर सरकारी फंड को चूना लगाया है.
पत्नी के अकाउंट में जमा करवा चुका है 3 करोड़ 61लाख से ज्यादा का कैश
इस मामले पर डिप्टी एसपी ने बताया कि आरोपी यह अकाउंट का बाबू है. जो RPF के जवानों और अधिकारियों का सैलरी बनाता था. इसने सिस्टम को फायदा उठाया यह सैलरी बनाकर डिटेल भेजता था और वहां से ऑटोमेटिक ओके हो जाता था. यह कर्मचारियों की सैलरी हमेशा बढ़ाकर बनाता था और उनका एरियर भी उसमें ऐड कर देता था.
यह कर्मचारी का अकाउंट बदलकर अपना और अपनी पत्नी का अकाउंट लगा देता था. इस तरह के कुल 13 अकाउंट संज्ञान में आए हैं जिसमें यह सैलरी और बढ़ा हुआ एरियर की रकम ट्रांसफर कर लेता था. इसके बाद कर्मचारियों का मूल वेतन अपने और अपने पत्नी के अकाउंट से उनका ट्रांसफर कर देता था. आरोपी से पूछताछ की जा रही है.