संवाददाता कार्तिकेय पांडेय
चकिया- कोतवाली क्षेत्र के वनभीषमपुर गांव के समीप अनियंत्रित होकर मंगलवार की देर रात्रि बारातियों से भरी ट्रैक्टर ट्राली सड़क किनारे गड्ढे में पलट गई। जिसमें सवार बच्चों समेत आधा दर्जन से अधिक बाराती गंभीर रूप से घायल हो गए। जहां घटना के बाद आवागमन कर रहे लोगों की नजर पड़ी तो लोगों ने तत्काल इसकी सूचना स्थानीय कोतवाली पुलिस को दी। जहां सूचना के बाद मौके पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने सभी को बाहर निकलवाया जिसमें मौके पर एक की मौत हो चुकी थी। वही सभी घायलों को जिला संयुक्त चिकित्सालय इलाज के लिए एंबुलेंस की सहायता से लाया गया। जहां इलाज के दौरान एक घायल युवक ने दम तोड़ दिया। वही एक की हालत गंभीर होने पर उसे ट्रामा सेंटर वाराणसी के लिए रेफर कर दिया गया। वही बाकी अन्य आठ घायलों का इलाज जिला संयुक्त चिकित्सालय में ही जारी रहा। घटना के बाद मौके पर पहुंचकर सीओ रघुराज व थानाध्यक्ष मिथिलेश तिवारी ने जानकारी ली। वही दोनों मृतकों के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भिजवा दिया। हालांकि एक मृतक का शिनाख्त नहीं हो पाया है। पुलिस द्वारा शिनाख्त करने का प्रयास किया जा रहा है।
जानकारी के मुताबिक शहाबगंज थाना क्षेत्र के भूसी गांव के रामप्रसाद के लड़के की बारात चकिया कोतवाली क्षेत्र के ताला तेंदुई गांव निवासी प्यारेलाल की लड़की के यहां जा रही थी। जिसमें ट्रैक्टर पर सवार होकर बाराती शादी समारोह में शामिल होने के लिए निकले थे। और जैसे ही चकिया कोतवाली क्षेत्र के वनभीषमपुर गांव के समीप जंगल के पास पहुंचे ही थे कि अचानक मोड़ लेते वक्त ट्राली सड़क किनारे पलट गई। जिस पर सवार आधा दर्जन से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। जिसमें मुख्य रुप से राजेश 32 वर्ष, अभिषेक 14 वर्ष, गुंजन 15 वर्ष, दीपक कुमार 16 वर्ष, सनी 18 वर्ष, चिंटू 12 वर्ष, बिट्टू कुमार, दीपक 26 वर्ष, घायल थे। जिसके बाद सूचना पर भारी फोर्स के साथ चकिया कोतवाल मिथिलेश तिवारी घटनास्थल पर पहुंच गए। और पुलिस की सहायता से सभी ट्राली में दबे लोगों को बाहर निकाला गया जिसमें कि मौके पर एक युवक की मौत हो चुकी थी। जिसकी अभी तक शिनाख्त नहीं हो पाई है। वही एंबुलेंस की सहायता से सभी घायलों को चकिया स्थित जिला संयुक्त चिकित्सालय लाया गया। जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद एक घायल युवक की हालत गंभीर होने पर उसे ट्रामा सेंटर के लिए रेफर कर दिया। वही इलाज के दौरान घायल हुए बिहार प्रांत के चांद थाना क्षेत्र के चंदा गांव निवासी प्रदीप कुमार 28 वर्ष ने भी दम तोड़ दिया। वहीं घटना के बाद सीओ रघुराज ने जिला संयुक्त चिकित्सालय पहुंचकर मामले की जानकारी ली। जिसके बाद दोनों मृतक के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। हालांकि खबर लिखे जाने तक एक घटनास्थल पर ही मृतक हुए व्यक्ति की शिनाख्त नहीं हो पाई है। जिसके लिए पुलिस लोगों से मदद मांगी। बाकी अन्य 8 लोगों का इलाज जिला संयुक्त चिकित्सालय में ही चल रहा है। उधर घटना की जानकारी होते ही बाराती व घराती पक्ष के लोगों में कोहराम मच गया है। परिवार वालों का रो-रो कर पूरी तरह से बुरा हाल है।
तीन बेटियों के सर से उठा पिता का साया
आपको बताते चलें कि भूसी गांव से बारात जाते समय ट्रैक्टर ट्राली पलटने से हुई घटना में बिहार प्रांत के चांद थाना क्षेत्र के चंदा गांव निवासी राम जन्म राम के पुत्र प्रदीप कुमार की भी मौत हो गई। जिनकी शादी हो चुकी थी और इनकी तीन छोटी छोटी बच्चियां भी थी। और यह ईट पथाई का कार्य करके अपने परिवार का जीविकोपार्जन करते थे। वही प्रदीप के मौत के बाद अब पत्नी और बच्चों के सर से साया उठ गया। अब उनका देखभाल करने वाला कोई नहीं बचा।
पुलिस बर्ती होती सख्ती तो आज नहीं होती यह घटना
आपको बताते चलें कि ट्रैक्टर ट्राली और पिकअप इत्यादि वाहनों पर ओवरलोड तथा भारी संख्या में सवार होकर लोगों के आवागमन करने पर सरकार द्वारा भी रोक लगाए जाने का निर्देश दिया गया है। लेकिन उसके बावजूद भी प्रशासन द्वारा कोई शक्ति नहीं बढ़ता जा रहा है। जिसका नतीजा यह रहा कि कुछ दिन पूर्व चकिया कोतवाली क्षेत्र के नवीन मंडी के समीप पिकअप पलटने से डेढ़ दर्जन लोग घायल हो गए थे। हालांकि सहयोग रहा घटना में कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ। वही कल दूसरी घटना घटित हुई जिसमें ट्रैक्टर पर सवार होकर लोग अधिक संख्या में बारात में शामिल होने के लिए जा रहे थे। जिसमें 2 लोगों की मौत और आधा दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए। वही अगर समय रहते प्रशासन ने शक्ति भर्ती होती तो शायद आज यह घटना ना होती और लोगों की जान बच सकती थी।