संवाददाता कार्तिकेय पाण्डेय
चकिया- कर्मनाशा नदी में तेजी से बढ़ रहे पानी को देखते हुए नौगढ़ बाजार से सटे नदी के तटवर्ती इलाके में झोपड़ी लगाकर रह रहे वनवासियों को कस्बा स्थित दुर्गा मंदिर परिसर में सुरक्षित स्थान पर भेज दिया गया है। वहां लगे टीन शेड में बाघी ग्राम पंचायत के तकरीबन 100 लोगों ने शरण ली है। बुधवार की देर शाम विधायक कैलाश आचार्य ने मौके पर पहुंच कर हालचाल लिया। साथ ही भोजना पानी का इंतजाम कराया। विधायक ने वनवासियों को हर संभव मदद करने का भरोसा दिलाया। जलाशयों में पानी ओवरफ्लो होने की आशंका से कर्मनाशा नदी के तटवर्ती ईलाके बाशिंदे परेशान होने लगे हैं। औरवाटांड़ सेमर-साधोपुर, चिरवाटांड़, होरिला, धोबहीं, कोठीघाट, खोजड़ो बस्ती, बूड़नवां घाट, कहुअवा घाट, जरहर, टिकुरिया, बरबसपुर, बैरगाढ़ ईत्यादि गांवों व जंगल में बसे लोगों मे काफी दहशत है। सिंचाई विभाग के अवर अभियंता दीपक मिश्रा ने बताया कि औरवाटांड़ बांध की 3000 मिलीयन घन फुट पानी की क्षमता है। वर्तमान में 2000 मिलियन घन फुट पानी मौजूद है। बरसात में और वृद्धि होने पर बांध का पानी क्षमता के अनुरूप होने के बाद गेट को खोलकर जल निकासी किया जाएगा।
क्षेत्र में बाढ़ आने का नहीं है अभी कोई अंदेश
चंदौली। सोनभद्र जिले के रावर्ट्सगंज नगवां बांध में दरार पड़ने और बांध में जलस्तर से अधिक जलभराव होने की भ्रामक सूचना फैलायी गई है। बुधवार को नौगढ़ उप जिलाधिकारी आलोक कुमार ने कहा कि इस तरह की भ्रामक सूचना से इलाके के लोग बचें। वहीं तहसील स्तरीय अधिकारियों व राजस्व कर्मचारियों ने क्षेत्र का गहन निरीक्षण किया। इस दौरान नगवां बांध में किसी भी प्रकार का कोई क्रैक नहीं मिला है। सभी कार्य रेग्युलेशन के आर्डर के आधार पर होते हैं। जलस्तर क्षमता से अधिक पानी नहीं है। इससे अभी बाढ़ आने की कोई संभावना नहीं है। नौगढ़ उप जिलाधिकारी आलोक कुमार ने बताया कि सहायक अभियंता तृतीय सिंचाई निर्माण खंड सोनभद्र से बांध की वास्तविक स्थिति की जानकारी ली गयी। इसमें उन्होंने लिखित रूप से अवगत कराया कि नगवा बांध का संपूर्ण जलस्तर की उंचाई 1183.3 फीट है। वहीं पूर्ण जलस्तर पर बांध की क्षमता 3947 मीटर फीट है।
नौगढ़, मूसाखांड़ और चंद्रप्रभा बांध लबालब
चंदौली। बारिश से जलाशयों में पानी बढ़ रहा है। नौगढ़ बांध में 889 फीट जलस्तर पहुंचा है। यहां आठ फीट व पानी बढ़ा तो गेट खोलने की नौबत होगी। मूसाखांड बांध का जलस्तर 350 फीट और चंद्रप्रभा बांध का जलस्तर 760 फीट जलस्तर पहुंचा है। मूसाखांड़ बांध में सात फीट व चंद्रप्रभा में 15 फीट और बढ़ गया तो वहां बांध पर बने गेटों को खोलना पड़ सकता है।
वहीं जानकारी के बाद देर शाम मौके पर चकिया विधायक कैलाश खरवार पहुंच गए और सभी परिवार से हाल जाना. सभी बनवासियों ने मांग किया कि हम लोगों के पास सड़क और बिजली नहीं है जिससे हम लोगों को काफी सुविधाओं का सामना करना पड़ता है अंधेरे में रात काटनी पड़ती है। उप जिलाधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि इन लोगों को भेड़फॉर्म के गेस्ट हाउस या कोई भी सुरक्षित स्थान हो तो वहां पर शिफ्ट कराएं और इन लोगों के भोजन की व्यवस्था तत्काल करें.
उप जिलाधिकारी आलोक कुमार ने नैना घाट में पहुंचकर जलस्तर का जायजा लिया एवं अधिशासी अभियंता नगवा सोनभद्र से वार्ता किया तो पता चला कि बांध में अभी भी पानी कम है. उप जिलाधिकारी ने बताया कि अफवाह फैलने से सभी वनवासी बस्ती के ग्रामीण दुर्गा मंदिर टीन सेड में आ गए खतरे की कोई बात नहीं है. हालांकि जलस्तर बढ़ रहा है वह बरसात का पानी है. वनवासियों से कहा कि आप लोग गंतव्य अपने स्थान को जाएं अगर ऐसी कोई बात होती है तो तहसील प्रशासन पूरा सहयोग करेगा. इसके अलावा लेखपाल भेजकर गिरे हुए मकान का भौतिक सत्यापन कराकर दैविक आपदा सहायतार्थ राशि उपलब्ध कराई जाएगी. सभी ग्रामीणों को भोजन का पैकेट उपलब्ध कराया गया.